राउत ने दावा किया कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को अकेले इस मैच से करीब 1,000 करोड़ रुपये की कमाई हुई। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, ‘यह पैसा हमारे खिलाफ इस्तेमाल होगा। क्या सरकार और बीसीसीआई को इसकी जानकारी नहीं है?’
शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सोमवार को सनसनीखेज आरोप लगाया कि रविवार को खेले गए भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच में करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये का सट्टा खेला गया। राउत के मुताबिक, इस सट्टे में से 25,000 करोड़ रुपये पाकिस्तान पहुंचे हैं।

राउत ने कहा, ‘जब देश में ऐसा माहौल है, तब पाकिस्तान को आर्थिक फायदा पहुंचाने वाले मैच खेलना समझ से परे है। सट्टेबाजी का इतना बड़ा जाल सरकार की आंखें खोलने के लिए काफी होना चाहिए।’ भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा से भावनाओं का केंद्र रहा है, लेकिन इस बार मैदान से बाहर के विवादों ने इसे और ज्यादा चर्चा में ला दिया है।
वहीं, कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा, ‘मैं पहले से कह रहा था कि भारत-पाकिस्तान का यह मैच खेला ही नहीं जाना चाहिए था। यह बेहद शर्मनाक है कि बीसीसीआई ने इस मैच को कराने का फैसला लिया। यह पहलगाम में मारे गए लोगों का अपमान है और हमारे सैनिकों का अपमान है। सरकार ने साफ तौर पर देशभक्ति पर मुनाफे को चुना।’
‘बीसीसीआई के ठेकेदार मजदूरों से ज्यादा कुछ नहीं’
प्रियांक खड़गे ने विवादित बयान देते हुए कहा, ‘अभी खेलने की क्या जरूरत थी? यह हाथ न मिलाने का ड्रामा किसके लिए है? किसे बेवकूफ बनाने की कोशिश हो रही है? सारे राष्ट्रवादी कहां छिप गए हैं? अगर भारतीय टीम के कप्तान ने खेलने से इनकार कर दिया होता तो मैं उनकी सराहना करता… दुर्भाग्यवश, ‘मेन इन ब्लू’ (यानी भारतीय टीम) बीसीसीआई के ठेके वाले मजदूरों से ज्यादा कुछ नहीं हैं।’

मालूम हो कि सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को हराकर ग्रुप ए से सुपर-फोर में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है। भारतीय गेंदबाजों ने पहले पाकिस्तान को सिर्फ 127 रन पर रोका और फिर 15.5 ओवर में तीन विकेट गंवाकर लक्ष्य का पीछा कर लिया।
आगे फिर भिड़ंत संभव
भारत और पाकिस्तान की टीमें एशिया कप 2025 के सुपर-4 राउंड में फिर से आमने-सामने आ सकती हैं। अगर दोनों टीमें फाइनल तक पहुंचती हैं तो खिताबी मुकाबले में भी भिड़ंत संभव है। मौजूदा हालात को देखते हुए अगली भिड़ंत और भी ज्यादा रोमांचक होने की संभावना है।